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-ब्यासपुर परलाह में 20 साल पुराने जर्जर तारों से बिजली की सप्लाई
-एक महीने में पांच बार टूट चुके, विभाग ने फिर भी नहीं बदले तार
संवाद न्यूज एजेंसी
अरनिया। ब्यासपुर परलाह गांव में बिजली की व्यवस्था डंडों के सहारे है। बीस साल पुराने तारों से बिजली की सप्लाई दी जा रहा है। जर्जर तार मौत बनकर लटक रहे हैं। हर समय हादसे का डर रहता है। एक महीने में करीब पांच बार तार टूट चुके हैं। शुक्र है कि कोई चपेट में नहीं आया। लेकिन, हर बार विभाग के कर्मी तार जोड़कर खानापूर्ति कर देते हैं। तारों को बदला नहीं जा रहा, जिससे बड़े हादसे का खतरा है।
किसानों का कहना है कि तारों को लकड़ी का सहारा देकर बिजली की सप्लाई दी जा रही है। खेतों से गुजरते तार मौत बनकर लटक रहे हैं। तार टूटकर नीचे गिरते हैं तो जोड़कर सप्लाई शुरू कर दी जाती है। एक महीने में ही करीब पांच बार तार टूट चुके हैं। इसके बाद भी बीस साल पुराने तार बदले नहीं जा रहे हैं। लगता है कि विभाग हादसे के बाद ही जागेगा।
सड़क के ऊपर से गुजरते हैं खेतों तक ले जाए गए तार
किसानों ने कहा कि ट्रांसफॉर्मर से खेतों तक ले जाए गए तार व्यासपुर-मुलेचक सड़क के ऊपर से गुजरते हैं। इससे हजारों लोगों की आवाजाही रहती है, जिससे लोगों की जान पर खतरा रहता है। विभाग तार न बदलकर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। हादसा होगा तो विभाग ही जिम्मेदार होगा।
खस्ताहाल तारों को जल्द बदले विभाग
किसान दर्शन कुंडल ने कहा कि बिजली के तार खस्ताहाल हैं। आए दिन तार टूट कर नीचे गिरते हैं, जिससे बड़ा खतरा होने का डर रहता है। सड़क के बीचों-बीच से गुजरते जर्जर तार विभाग जल्द बदले।
किसान राकेश सिंह ने कहा कि तारों की हालत जर्जर है। एक महीने में ही करीब पांच बार टूट चुके हैं। गेहूं की फसल के पकने पर भी कई बार शॉर्ट सर्किट से फसल जल जाती है, जिससे किसानों को बड़ा नुकसान होता है। विभाग जल्द तारों को बदले।
-कोट
मामला ध्यान में आ गया है। बिजली के खस्ताहाल तार चेक करेंगे। तार खस्ताहाल होंगे तो जल्द बदलवा दिए जाएंगे।
हरप्रीत सिंह, जेई, बिजली विभाग
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